जानिये सलाद खाना क्यों है ज़रूरी और कैसे ये आपको बीमारियों से दूर् रखता है| Jaaniye saled khaana kyon hai jaroori aur kaise yeh aapko bimariyo se door rakhta hai.
जानिये सलाद खाना क्यों है ज़रूरी और कैसे ये आपको बीमारियों से दूर् रखता है| Jaaniye saled khaana kyon hai jaroori aur kaise yeh aapko bimariyo se door rakhta hai.
फाइबर का खजाना – good source of fiber
महिलाओं को 25 ग्राम और पुरुषों को 38 ग्राम फाइबर की जरूरत हर दिन (everyday) होती है। एक शोध (research) के अनुसार भारतीय औसतन 15 ग्राम फाइबर प्रतिदिन खाते हैं। सलाद फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत (good source) है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम (control cholesterol level) रखने और पाचन तंत्र (digestion system) को दुरुस्त रखने में मदद करता है। फाइबर युक्त भोजन दिल (heart) की बीमारियों और कैंसर (cancer) से भी बचाता है।
फलों और सब्जियों को उनके प्राकृतिक रूप में खाएं
सलाद हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य (whole health) के लिए जरूरी है। कच्ची सब्जियों से शरीर को जरूरी एंजाइम (enzyme) मिलते हैं जो शरीर को भोजन में से पोषक तत्वों को सोखने में मदद करते हैं। शरीर जितने पोषक तत्वों को सोखेगा, उतना ही स्वस्थ (healthy) रहेगा। वेजिटेबल सलाद शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाता (growing blood) है और इससे शरीर को उचित मात्रा में विटामिन सी, ई, फॉलिक एसिड, लयकोपीन, अल्फा और बीटा केरोटीन देता है।
CLICK HERE TO READ: जानिये खून की कमी यानी के एनीमिया के लक्षण और नुस्खों के बारे में
कैलारी की मात्रा करे कम- reduce calories in food
अगर आप अपना वजन कम करना चाहती हैं (want to reduce weight) तो सलाद खाएं। वजन कम करते समय हमेशा खाने की मात्रा को कम करने पर बल दिया जाता है, लेकिन सलाद के मामले में यह नियम बदल (rule changes) जाता है। यहां ‘बिगर इज बेटर’ का नियम लागू होता है। जितना मन चाहे उतना सलाद खाएं (eat more salad) । सलाद मात्रा में अधिक, लेकिन कैलोरी में कम होता है। एक प्याला सलाद में सिर्फ 100 कैलोरी होती है। इसमें मौजूद फाइबर भूख शांत करने में मदद करते हैं और पेट भरा हुआ महसूस (feel) होता है। इसलिए खाना खाने से पहले सलाद खाने की सलाह दी जाती है। सलाद ओवर ईटिंग (over eating) से भी बचाता है।
ज्यादा जीने के लिए – For living more
कच्चे फलों और सब्जियों में काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट (anti oxidant) होते हैं। आधुनिक अनुसंधानों (latest research) से पता चला है कि जो लोग फल, सब्जियां और अच्छी वसा खाते हैं, उनकी औसत आयु ज्यादा (more average age) होती है ।
सलाद कैसे-कैसे – different type of salad
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप शाकाहारी हैं या मांसाहारी (vegetarian or non-vegetarian)। हर एक की पसंद के लिए सलाद मौजूद है। सलाद में सिर्फ टमाटर (tomato) और खीरा ही नहीं होता। हजारों तरह की सामग्री का इस्तेमाल (use) कर सलाद बनाया जाता है। आप बरसों तक रोज अलग-अलग तरह का सलाद (different types of saled) खा सकती हैं।
CLICK HERE TO READ: जानिये चुकंदर के जूस में शहद मिलाकर पीने से होने वाले 7 फायदे
ग्रीन सलाद : हरी पत्तेदार सब्जियों (green leafy vegetables) जैसे पालक, लेट्यूस या पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी और मिर्च आदि से बनता है।
वेजिटेबल सलाद : हरे रंग की सब्जियों के अलावा दूसरे रंगों की सब्जियां जैसे खीरा, मिर्च, टमाटर, मशरूम (mushroom), प्याज, मूली, गाजर (carrot) आदि से बनता है।
मेन कोर्स सलाद : इसे डिनर सलाद (dinner saled) भी कहते हैं। इसमें ग्रिल्ड (grilled) और फ्राइड चिकन (fried chicken) और सी-फूड (sea food) भी होते हैं
फ्रूट सलाद : फ्रूट सलाद विभिन्न फलों का मिश्रण (mixtures of fruits) होता है।
डेजर्ट सलाद : इसमें विभिन्न तरह के सूखे मेवों (dry fruits) का इस्तेमाल होता है। स्ट्रॉबेरी, लीची, खजूर वगैरह से इसकी ड्रेसिंग (dressing) की जाती है।
स्प्राउटेड सलाद : इसमें मुख्य रूप से अंकुरित मूंग, चना और मोठ का इस्तेमाल होता है।
बरतें थोड़ी सावधानी
फूड प्वॉइजनिंग (food poisoning) से बचने के लिए सलाद को अच्छे तरीके से धोकर (clean it) खाएं।
लंच में या शाम के स्नैक्स (snacks) के समय सलाद खाना अच्छा रहता है। रात के समय अधिक मात्रा में सलाद खाने से गैस की समस्या (avoid saled in nights) हो जाती है।
अगर आप वजन कम करने के लिए सलाद खा रही हैं तो ज्यादा वसायुक्त सामग्री (avoid fatty ingredients) जैसे चीज आदि से ड्रेसिंग न करें। इससे कैलोरी की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।
Pingback:एक मीठा फल - जामुन, जानिये यह फ्रूट कब खाना चाहिए और कब नहीं, जानिये जामुन के घरेलू नुस्खे | Ek meetha phal- jamun, j
Pingback:Jaaniye aur anand manaiye bhagwan shri Hanuman ji ke 10 parakaramo ka
Pingback:married life - दोस्तों को अपनी शादी-शुदा जिंदगी की प्रॉब्लम्स क्यों नहीं बतानी चाहिये
Pingback:Ladkiyon ki yahi baatein ladko ko naraaz karti hai aur dilati hai gussa
Pingback:पपीते के नुस्खे , Papita ke nuskhe ,Health benifits of papaya